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मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय में जल्द स्थापित होगा, उद्यमिता विकास हेतु “इनक्यूबेशन सेंटर”

मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय में जल्द स्थापित होगा, उद्यमिता विकास हेतु “इनक्यूबेशन सेंटर”

17 Aug 2023


प्रेस नोट
मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय में जल्द स्थापित होगा, उद्यमिता विकास हेतु “इनक्यूबेशन सेंटर”
  भोपाल 14 जुलाई। मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय में आज सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय  (एमएसएमई) इंदौर के दल द्वारा विश्वविद्यालय का निरीक्षण कर उद्यमिता विकास के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने की योजना पर बैठक की गई। गत दिनों मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा इनक्यूबेशन सेंटर, एमएसएमई इंदौर को आवेदन किया गया था। जिसके तहत आज दिनांक 14/08/2023 को एमएसएमई, इंदौर के जॉइंट डायरेक्टर श्री डीडी गजभिए और असिस्टेंट डायरेक्टर गौरव गोयल के द्वारा इनक्यूबेशन सेंटर प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया गया।
                             विश्वविद्यालय में इनक्यूबेशन सेंटर के निरीक्षण कार्यक्रम के दौरान सर्वप्रथम निरीक्षण दल के साथ चर्चा की गई। चर्चा के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा परियोजना हेतु तैयार प्रेजेंटेशन विश्वविद्यालय के निदेशक और इनक्यूबेशन सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. किशोर जॉन द्वारा प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात विश्वविद्यालय के द्वारा प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया गया। साथ ही निरीक्षण दल द्वारा विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में संचालित विभागों, अनुभागों का  भी मुआईना  किया गया ।
                      मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय तिवारी द्वारा अवगत कराया गया कि, इनक्यूबेशन सेंटर को प्रस्तावित करने का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को उद्यमिता विकास के पर्याप्त अवसर प्राप्त हो सके। साथ ही नई शिक्षा नीति के अंतर्गत पढ़ाए जाने वाले व्यवसायिक पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों मैं उद्यमिता का विकास हो सके, और विद्यार्थी इनक्यूबेशन सेंटर का उपयोग स्वयं के विकास हेतु कर सकें ।
                     उद्यमिता विकास के नोडल अधिकारी एवं विश्वविद्यालय  के निदेशक  डॉ. किशोर जॉन  ने बताया कि उद्यमिता विकास  परियोजना को जल्द शुरू कर विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थी को इससे लाभान्वित कराया जा सकेगा। डॉ किशोर जॉन ने यह भी आश्वस्त किया कि उद्यमिता विकास परियोजना का लाभ भविष्य में विश्वविद्यालय को और ऊंचाइयों पर पहुंचने में मदद करेगा।
                                                                                                                     
                                                                                                                                                        कुलसचिव